- जमीन है लेकिन सरकार खामोश है, नहीं बना रही है डिग्री कॉलेज : भगवती प्रसाद सेमवाल
- ग्रामीणों की कई समस्याएँ हैं, उन पर चर्चा की गयी यहाँ पर, अगर ये ठीक नहीं हुई तो हम आन्दोलन में उतरेंगे : सेमवाल
ऋषिकेश : रायवाला इलाके में रविवार को एक अहम बैठक हुई. डिग्री कॉलेज बनाने की मांग को लेकर और ग्रामीण इलाके की कई समस्याओं को लेकर चर्चा, चिन्तन बैठक हुई. कांग्रेस के बरिष्ठ नेता भगवती प्रसाद सेमवाल ने जानकारी देते हुए बताया, “हम लोगों ने एक मीटिंग की क्षेत्र की तमाम समस्याओं को लेकर. जिसमें मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र में एक डिग्री कॉलेज की स्थापना होनी थी. जो कि हम लोगों ने पूर्व में लगभग 6-7 साल पहले प्रतीत नगर ग्राम पंचायत में जमीन पंचायत की निकाल करके उच्च शिक्षा मंत्रालय को जिला अधिकारी के माध्यम से या प्रस्ताव भिजवाया था. यहां पर डिग्री कॉलेज के लिए जमीन उपलब्ध है.”
“आप यहां पर डिग्री कॉलेज बनवा सकते हैं. क्योंकि इस क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्र में 30 से 35 इंटर कॉलेज है और उन तमाम इंटर कॉलेज के बच्चे देहरादून हरिद्वार नरेंद्र नगर जैसे -कॉलेजों में चले जाते हैं. जबकि ऋषिकेश क्षेत्र में एक डिग्री कॉलेज वह भी ऑटोनॉमस था और उसका ऑटोनोमस का प्रमाण पत्र भी सरकार ने छीन करके उसे श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के तहत मर्ज कर दिया. जबकि जब वहां श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी का सर्वे चल रहा था. तो यह कहा गया क्षेत्रीय विधायक के द्वारा कि यहां पर एक हम और डिग्री कॉलेज इसी कैंपस में बनाएंगे. ना तो वहां पर दूसरा कॉलेज बना. बल्कि जो आप पूर्व में ऑटोनॉमस कॉलेज चल रहा था. उसको श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी के साथ में मर्ज कर दिया. सेमवाल ने कहा, हमारा कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में एक डिग्री कॉलेज बनाया जाए. इसके लिए हम लोग रविवार को सत्यनारायण मंदिर में एक मीटिंग की. जिसमें 30 से 40 लोग थे. मीटिंग करने के बाद अब बहुत जल्दी हम लोग जिला अधिकारी के माध्यम से सरकार और उच्च शिक्षा मंत्रालय को पत्र इस सम्बंध में देंगे.”
बेतरतीब पानी के बिल आने से परेशान हैं लोग : सेमवाल
सेमवाल ने जानकारी देते हुए बतया, प्रतीत नगर, रायवाला ग्राम पंचायत गौहरी माफी, गुमानी वाला जैसी जगहों पर जहां-जहां हर घर जल नल के तहत भारत सरकार की स्कीम चल रही है, वहां पर बिलों पर बड़ी अनियमितताएं हैं. ग्रामीणों को अर्ध नगरी लिख करके वहां पर ज्यादा बिल दिया गया है. जबकि वह पूर्व में अपना निजी स्रोत या हैंडपंप का पानी पी रहे थे. जो कि अब नहीं पी पा रहे हैं. रायवाला ग्राम पंचायत में एक हमारा भाई बोक्सा जाति का है. जितनी बड़ी चारपाई होती है. उतना बड़ा उसका घर है. उसका बिल आ रखा है 18000 का. मैं समझता हूं वह बिल दे नहीं सकता है. ऐसी विसंगतियां बहुत सारी है. इस पर एक आंदोलन की आवश्यकता है.साथ ही हम लोगों ने रायवाला में लगभग 30, 000 की जनसँख्या रहती है. रेलवे फाटक से काफी सारी ट्रेनें गुजरती हैं. जहां पर एक रेलवे पुल की बड़ी आवश्यकता है. कुछ दिनों पहले तो वहां पर कई दुर्घटनाएं हो भी चुकी हैं. मरीज को लाने ले जाने में बड़ी परेशानी होती है. इसके लिए हम लोग इसमें आंदोलन भी आगे करेंगे. सत्यनारायण मंदिर के पीछे सॉन्ग नदी और सुसवा नदी का संगम होने जा रहा है. यदि वह संगम यदि हो गया तो प्रतीत नगर नगर, गौहरी माफी, रायवाला गांव को काफी खतरा बन जाएगा. सत्यनारायण की रोड जो गौहरी माफी को लिंक करती है. समय-समय पर हम लोग प्रयास करते रहते हैं. इस रोड के बारे में भी चर्चा हुई. बहुत जल्दी हम लोग जिला अधिकारी डायरेक्टर राजाजी राष्ट्रीय पार्क से मिलेंगे. जल निगम के अधिकारियों से मिलेंगे. रायवाला क्षेत्र में जो खांड गांव रायवाला में एक अस्पताल चल रहा है. जिसमें 11:00 बजे के बाद कार्रवाई शुरू होती है. 3:00 बजे बंद हो जाती है. रात को वहां पर किसी को एक इंजेक्शन भी नहीं लगाया जा सकता है. इसके लिए भी हम लोग उच्च अधिकारियों से बात करके वहां पर रात के लिए कम से कम पांच बेड और दो-तीन लोगों का स्टाफ रखवाने का भी प्रयास करेंगे.
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