मुनि की रेती :(मनोज रौतेला) इस बार नगर पालिका परिषद मुनि की रेती ढालवाला का स्वछता सर्वेक्षण में नाम नहीं आया. उत्तराखंड से एक इसी नगर पालिका से उम्मीद थी. कई बार अवार्ड जीत चुकी इस नगर प पालिका के लिए यह झटके से कम नहीं है. हालाँकि पूरे प्रदेश में एक लाल कुआँ को अवार्ड मिला वो भी , होनहार शहर के तौर पर अवार्ड मिला है बस.. ऐसे में मुनि की रेती नगर पालिका परिषद् से उम्मीदें थी. लेकिन सर्वेक्षण परिणाम आने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने अपनी प्रतिकिया दी है. उन्हूने अपने कार्यकाल में सिर्फ २३ दिन मिलने की बात कही. साथ ही कूड़ा निस्तारण स्थल पर आग लगने की बात कही, इसमें उन्होंने सवाल उठाये साथ ही आशंका जताई….आग लगाईं गयी या लगी…फिलहाल इस मामले जांच जारी है. साथ ही संकेत में कहा, प्रशासक के समय किसका हस्तक्षेप होगा यह भी विचारणीय है…हालांकि, उन्हूने नाम नहीं लिया लेकिन समझने वाले समझ गए. साथ ही उन्हूने परिस्थितियों को विपरीत बताया. फिर भी अच्छा करने का प्रयास जारी है. लेकिन सबसे अहम बात जैसे ऋषिकेश में हुआ ऐसा हाल, ऐसा न हो इस बात का नगर पालिका प्रशासन को सतर्क रहना होगा. आपको बता दें, पहले यहां नगर पंचायत हुआ करती थी, जिसके बाद लगभग 2013 से 14 में इसे नगर पंचायत का दर्जा दिया गया. तब इसे ग्रेड-2 की नगर पालिकाओं में शामिल किया गया था.नगर पालिका मुनि की रेती को वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक लगातार चार बार स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में प्रदेश भर में प्रथम स्थान मिला था. बिजल्वाण का अभी तक कार्यकाल संतोषजनक रहा है, वे मेहनती हैं साथ ही ट्रांस्पेरंसी में यकीन रखती हैं. उन्हूने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और अच्छे वोटों से जीत हासिल की थी. उनका ब्यौहार भी आम जन के साथ काफी अभी तक काफी अच्छा रहा है. ऐसे में उम्मीद है सर्वेक्षण में अगले प्रयास में नाम आएगा.
उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में साफ़ तौर पर क्या कहा वह इस प्रकार है :“बेहद दुःखद है कि नगर पालिका परिषद मुनि की रेती ढालवाला इस बार के स्वछता सर्वेक्षण में अपना स्थान नहीं बना पायी.इसमें गौर करने वाली बात ये है कि नये बोर्ड का गठन 7 मार्च 2025 को हुआ जबकि ये सर्वेक्षण 1 अप्रेल 2024 से 31 मार्च 2025 तक का है यानी नये बोर्ड को सिर्फ 23 दिन मिले जिसमें सर्वे प्रक्रिया पहले से गतिमान थी और सर्वे के अंतिम दौर में कूड़ा निस्तारण स्थल पर आग लग गयी या लगवा दी गयी. जिसकी जांच अभी गतिमान हैं, प्रशासक के कार्यकाल के दौरान पालिका में किसका हस्तक्षेप रहा होगा यह भी विचारणीय है।हम बिपरीत परिस्थितियों में लगातार बेहतरी का प्रयास कर रहे हैं लगातार सुधार की दिशा में कार्य कर रहे हैं और पारदर्शिता के साथ नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प दोहराते हैं। “
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